Tuesday, November 27, 2012

गाय चोरी के विरोध में गई थी हेडकांस्टेबल की जान

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : बाबा हरिदास नगर इलाके में अगस्त में हुई हेडकांस्टेबल यशपाल सिंह की हत्या मेवाती गैंग ने गाय चोरी का विरोध करने पर की थी। महरौली थाने से अपनी ड्यूटी समाप्त कर घर लौट रहे हेडकांस्टेबल ने टाटा 407 लेकर गायों के समीप खड़े मेवात के कुख्यात मुग्गा गिरोह को ललकाराथा।
जिसके बाद उन्हें गोली मार दी गई। क्राइम ब्रांच और दक्षिण पश्
चिम जिला पुलिस ने इस मामले में मुग्गा गैंग के सरगना मुबारक उर्फ मुग्गा , रहीस उर्फ टोटी, जमशेद उर्फ जम्मास और आरिफउर्फ बुग्गा को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से चोरी की एक मोटरसाइकिल बरामद हुई है।
दक्षिण पश्चिम जिला के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अनिल कुमार ओझा के अनुसार स्पेशल स्टाफ इंस्पेक्टर रंजीत ढाका की टीम ने रहीस को कापसहेड़ा इलाके से धर दबोचा। उसकी निशानदेही पर गैंग सरगना मुबारक उर्फ मुग्गा को नजफगढ़ से दबोचा गया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि गिरोह रात में मवेशी(गाय) चोरी करता है।
इस काम के लिए गिरोह के बदमाश रात में टाटा407 लेकर निकलते हैं। जहां भी उन्हें कोई गाय-भैंस मिल जाती है उसे गाड़ी में लादकर फरार हो जाते हैं। वारदात वाली रात 23 अगस्त को गिरोह के 9 सदस्य टेंपो लेकर झडौदा गांव पहुंचे थे। वहां खड़ी गायों को वह लोग टाटा 407 में लादने की कोशिश कर ही रहे थे कि मोटरसाइकिल पर घर लौट रहे यशपाल सिंह ने उन्हें देखा तो वह रुककर पूछताछ करने लगे।
इससे घबराए बदमाशों ने उनके सिर में सटाकर गोली मार दी और फरार हो गए।
क्राइम ब्रांच उपायुक्त संजय जैन के अनुसार यह गिरोह गाड़ी में पत्थर भरकर चलता है। जब भी कोई ग्रामीण या पुलिस उनका विरोध करती है तो बदमाश गाड़ी में से उन पर पत्थर बरसा देते हैं। इंस्पेक्टर सुनील कुमार की देखरेख में सब इंस्पेक्टर एनएस राना, रविंद्र तेवतिया व कांस्टेबल असलूप तथा राकेश की टीम ने गिरोह के दो सदस्य जमशेद उर्फ जम्मास तथा आरिफ उर्फ बुग्गा नामक मेवाती बदमाशों को गिरफ्तार किया। गिरोह के अन्य सदस्य फरार हैं। सभी आरोपी मेवात इलाके के रहने वाले हैं।

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