Monday, November 26, 2012

जनसंख्या का असंतुलन बदल सकता है उत्तर प्रदेश का नक्सा

भारत देश जो कि पहले भी कई विभाजनों की त्रासदी झेल चुका है, वह अगर हम हिन्दु सोते रहै तो जल्दी ही प्रदेशों के भी इसी प्रकार के साम्प्रदायिक विभाजनो की त्रासदी झेलने के लिए तैयार खड़ा है।पहले जब सिमी संगठन चर्चा में था तब भी कई बार यह सूचनाऐं लीक हुयी थी जिसमें सिमी ने अपना भारत का नक्सा इस्लामिस्तान के नाम से जारी किया था जिसमें इस्लामी आबादी बाले इलाको कों उन्हौने हरे रंग से दर्शाया था तब भी श्री अजीत सिंह जी द्वारा माँगे गये हरित प्रदेश बाले हिस्से को उन्हौने अपने नक्से में हरे रंग से दिखा कर उसका नाम हरित प्रदेश रखा हुआ था। सो ज्यादा सोच विचार से यह बात सामने आती है कि यह श्री अजीत सिंह को राय भी किसी मुस्लिम द्वारा ही दी गयी होगी कि तुम यहाँ यहाँ जाट बाहुल्य एरिया है तुम इसकी माँग करो तो तुम ही इसके मालिक बने रह सकते हो। लैकिन श्री मान चौधरी सहाव ने यह नही सोचा कि इन इलाकों में जहाँ जहाँ जाट बाहुल्य की बात कही गयी है वहाँ वहाँ दूसरी बाहुल्य जाति इस्लाम है जो पिछले समय में आजादी से लेकर आज तक केवल 60-65व वर्षों में लगभग सात गुने हो गये हैं जवकि खुद जाटों ने कितन वृद्धि की है कृपया इस माँग को करने से पहले यह भी नही सोचा।जहाँ जहां इस्लाम अल्पसंख्यक था वहाँ -2 आज वह बाहुल्य में आ गये हैं।इसलिये हमारे हिन्दु बन्धु भी जो जो इस माँग का अब तक सहयोग करते रहैं है कृपया सोचे समझें तब इन हरित प्रदेश के मांग करने बालों का सहयोग करें।- ज्ञानेश कुमार वार्ष्णेय
मेरी एक फेसबुक मित्र मोनिका शाह के फेसबुक एकाउण्ट पर डा. भूपेन्द्र की पोस्ट पढ़े तथा विचार करें पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलो में जिस तेजी से मुस्लिम आबादी बढ़ रही है उसे देखते हुए वहाँ के कम से कम ७-८ जिलो में अगले २ - ३ वर्षो में एक अलग मुस्लिम राज्य की मांग जोर पकड़ने वाली है. वैसे
मुस्लिम राष्ट्र की मांग तो तभी शुरू हो जाती है जब मुसलमानों की आबादी लगभग २०% तक पहुच जाती है. पर अलग राज्य की मांग के मामले में मुस्लिम संयम का परिचय दे रहे हैं. वो जल्दबाजी में नहीं हैं. वो इन सभी ७ जिलो में आबादी को ५०% से ऊपर पहुचने पर ही मांग शुरू करने वाले है।
एक वरिष्ठ पत्रकार से बात करने पर पता चला की ज़मीनी स्तर पर इस आन्दोलन की तैयारी भी शुरू कर दी गयी है , पर अभी केवल रामपुर जिले की ही मुस्लिम आबादी (एक महिना पहले) ५०% से ऊपर पहुची है।बाकी जिलो में भी ५०% आबादी पहुचने का इंतज़ार किया जा रहा है और पशुओ की तरह हर साल बच्चा पैदा कर के इस स्तर को तेज़ी से पाने की कोशिश की जा रही है. इन जिलो की मुस्लिम आबादी निम्नवत है-
१ - रामपुर - ५०%
२ - मुरादाबाद - ४६%
३ - बिजनौर - ४२%
४ - ज्योतिबाफुले नगर - ४०%
५ - सहारनपुर - ४०%
६ - मुजफ्फरनगर - ३९%
७ - मेरठ - ३४%
८ - बरेली - ३५%
ये सभी जिले भौगोलिक दृष्टिकोण से एक दुसरे से बिलकुल जुड़े हुए है। इस आन्दोलन का नेत्रत्व संभवतः समाजवादी पार्टी के कुछ बड़े मुस्लिम नेता करे जो का उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री बनने के अपने सपने को कभी पूरा नहीं कर पायेंगे. इस कारण एक अलग मुस्लिम राज्य बनाकर उसमे अपने सपनो को पूरा करेंगे. और अपने राष्ट्र एवं हिन्दूविरोधी मंसूबो को पूरा करने का प्रयत्न करेंगे.
                                                            डॉ भूपेंद्र

No comments:

Post a Comment